वैश्विक राजनीतिक प्रतिस्पर्धाओं, बढ़ती क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा चिंताओं के बीच प्रबोवो सुबियांतो का इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पद पर चुना जाना एक महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम है। जोको विडोडो "जोकोवी" के मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य करते हुए, प्रबोवो ने एक ऐसी 'रक्षा कूटनीति' को बढ़ावा दिया जिसमें वैश्विक शक्तियों के बीच संतुलन स्थापित करने की मंशा दिखाई दी। हालाँकि प्रबोवो ऐसे संकेत भी देते रहे हैं, जो देश के लिए एक मज़बूत रक्षा प्रणाली के साथ मुखर विदेश नीति की हिमायत करता है। ऐसे में भारत और इंडोनेशिया के बढ़ते बहुआयामी सम्बंधों के बीच उम्मीदें और बढ़ती दिखाई देती हैं, इसका एक बड़ा कारण है भारत की हिंद प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती भूमिका और एक रक्षा उत्पाद निर्यातक, तकनीकी एवं डिजिटल शक्ति के तौर पर बढ़ती साख।